पिता जी दोपहर में दादी का लकड़ी वाला सन्दूक आंगन में निकाल कर कपड़े से झाड़ रहे थे । एक तर पिता जी दोपहर में दादी का लकड़ी वाला सन्दूक आंगन में निकाल कर कपड़े से झाड़ रहे थे ...
पूछती हूं,"आज तू क्या किया, कालेज के दोस्तों से कैसे बात किया ?,सहाना इस विषयों को मुझे पूछती हूं,"आज तू क्या किया, कालेज के दोस्तों से कैसे बात किया ?,सहाना इस विषयों ...
वो दिन मुझे आज भी याद है जब वो मुझसे बिछड़ी थी | बोल के गयी थी के अगर हमारा प्यार सच्चा है तो एक दिन ... वो दिन मुझे आज भी याद है जब वो मुझसे बिछड़ी थी | बोल के गयी थी के अगर हमारा प्यार...
और राहुल ने अवंती को अपने आगोश में भर लिया आज वर्षों बाद दो प्रेमियों का मिलन हुआ था वो और राहुल ने अवंती को अपने आगोश में भर लिया आज वर्षों बाद दो प्रेमियों का मिलन हु...
लेकिन अब इन उनके साथ नहीं रहेगी उसको अपने आत्मसम्मान के साथ समझौता अब बिल्कुल बर्दाश्त लेकिन अब इन उनके साथ नहीं रहेगी उसको अपने आत्मसम्मान के साथ समझौता अब बिल्कुल बर...
फिर दादी ने हम सब बच्चों की पिटाई लगाई वो अलग। फिर दादी ने हम सब बच्चों की पिटाई लगाई वो अलग।